NASA ने कर दी असंभव चीज़ संभव , सूरज के सबसे करीब पंहुचा स्पेस क्राफ्ट, अगले साल से भेजेंगा डाटा
अमेरिका की स्पेस एजेंसी कंपनी NASA वो कुछ कर रही है जो कोई सपने में भी नहीं सोच सकता , लेकिन उन्होंने ऐसी चीज़ करके दिखा दी है . नासा का एक स्पसक्रेफ्त सूरज के बहुत ही करीब पहुच चूका है और बहुत ही जल्दी वो वहा से डाटा भेजना शुरू भी कर देंगा . ये यान सूरज से तक़रीबन 61 लाख किलोमीटर दूर से रिसर्च कर रहा है . ये यान इस साल 24 दिसम्बर को सूरज के करीब आया था और अगले साल जनवरी से अपनी रिसर्च का डाटा भेजना शुरू कर देंगा . इस यान के डाटा से हम सूरज के बारे में और विस्तार से जान सकते है की वो कैसे काम करता है और आने वाले समय में किसी भी मुसीबत से बचने में काम आ सकता है .
NASA का पार्कर यान बहुत अच्छा काम कर रहा है
ये यान 24 दिसम्बर को सूरज के पास आया था और इसने 27 दिसम्बर को नासा के कण्ट्रोल सेण्टर पर अपना डाटा भेजना शुरू कर दिया था यानी की यान ये बता रहा था की वो बिलकुल सुरक्षित है . ये यान सूरज के बाहरी वातावरण में है और उसके ऊपर अच्छे से खोजबीन कर रहा है , जिससे वैज्ञानिक सूरज के बारे में और अधिक रहस्यों को उजागर कर सकते है .
भारतीय अख़बार टाइम्स इंडिया ने ये बताया की ये यान वहा पर जाने के बाद एक स्पेशल सिग्नल भेज रहा है जिससे हमे ये पता लगता है की वो सही तरीके से काम कर रहा है . ये बहुत ही खुसी की बात है की ये यान सूरज जैसी गर्मी और ख़राब स्त्तिथि में भी काम कर रहा है , अगर इसमें कोई खराबी आ जाती तो सारी मेहनत बेकार चली जाती .
6 साल पहले नासा ने लांच किया था पारकर यान
यहाँ पर ये बात गौरतलब है की NASA ने इस यान को 2018 में लांच किया था और इसका मकसद सूरज की सोलर विंड्स के बारे में पता लगाना था . इस यान को सूरज की यात्रा पर गए हुए करीब 6 साल हो गए है और इसका नाम एक वैज्ञानिक के नाम पर रखा गया था . क्योकि पार्कर नामक वैज्ञानिक ने ही सोलर विंड की खोज की थी . लेकिन उनका निधन 2022 में हो गया था, ये पहली बार है की किसी वैज्ञानिक के सामने ही उनके नाम का यान लांच किया था .
ये यान कोई आम चीजों से नहीं बना है क्योकि सूरज पर बहुत ज्यादा गर्मी होती है और इसमें बहुत मोती कार्बोन की मोती शील्ड लगी हुई है . ये तब तक ही सही रह सकता है जब तक ये 24 बार सूरज के चक्कर नहीं काट ले उसके बाद सूरज की गर्मी इसको राख बना देंगी .