एक समय पंजाब में सब जगह खुशहाल था लेकिन जब से पंजाब में किसान आन्दोलन होने लगे है तब से पंजाब की तरक्की रुक सी गयी है . पंजाब के लोग हर बात पर कोई न कोई विवाद करते रहते है और एक ऐसा ही विवाद चल रहा है हाईवे बनाने का, पंजाब में 13 हाईवे के लिए प्रोजेक्ट लटके पड़े है . क्योकि किसान अपनी जमीन देने को तयार नहीं है और दूसरी तरफ सडक परिवहन मंत्री ने इस बारे में कई बार भगवंत मान को भी चेतावनी दी है . लेकिन अभी कोई हल नहीं निकलता दिख रहा है और भगवंत मान भी अपनी पूरी कोशिश कर रहे है इसको सुलझाने की पर कोई हल नहीं निकल रहा है .
पंजाब में रद्द हो सकते 13 हाईवे प्रोजेक्ट
आपको बता दे की राष्ट्रिय राजमार्ग प्रधिकरण इस समय कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है और इन सबमे 13 प्रोजेक्ट पंजाब में पुरे होने है . पंजाब में जो प्रोजेक्ट है उसके तहत 1300 किलोमीटर लम्बी सडक बनाई जानी है , लेकिन 2 प्रोजेक्ट को अगर छोड़ दे तो बाकि के 11 प्रोजेक्ट की अभी भी जमीन पूरी तरह से अधिग्रहण नहीं हुई है . क्योकि किसान अपनी जमीन देने को तयार नहीं है और काफी समय से ये प्रोजेक्ट बीच रास्ते में अटके हुए है, केंद्र की कई बार वार्निंग के बाद भी इसका कोई हल नहीं निकल रहा है .
पहले से कई परियोजना हो चुकी है रद्द
ये मामला तो काफी समय से चल ही रहा है दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने 4 परियोजना पहले ही रद्द कर दी है ये योजना लुधियाना से रूपनगर, सर्दन से लुधियाना बाईपास, अमृतसर से टांडा और दिल्ली से कटड़ा परियोजना रद्द हो चुकी है . केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को ये निर्देश भी दिया है की जो अधिकारी भूमि का कब्ज़ा लेने जाए उनको पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए और भूमि का कब्ज़ा जल्दी से जल्दी लिया जाए . अगर किसान अपनी जिद पर अड़े रहे तो बाकि के 13 प्रोजेक्ट भी पंजाब में रद्द हो सकते है और पंजाब काफी साल पीछे जा सकता है .