Mauni Amavasya : अगर महाकुम्भ में जा रहे है तो नोट कर ले मोनी अमावस्या की तारीख, नहीं तो हो जायेंगे परेशान
Mauni Amavasya : इस समय प्रयागराज में महाकुम्भ चल रहा है और इसमें लोग दूर दूर से स्नान करने के लिए आ रहे है , वैसे तो कुम्भ में रोज स्नान होता है लेकिन मोनी अमावस्या को स्नान का विशेष महत्व माना जाता है . अच्छा इस दिन संगम पर भीड़ भी बहुत ज्यादा होती है अगर आप अपने परिवार समेत स्नान करने के लिए जा रहे है तो मोनी अमावस्या पर जाने से थोडा बचे . इस दिन लोग व्रत रख कर और सारे दिन मोन रह कर स्नान करते है जिससे उनकी सब मनोकामना पूरी हो जाये तो चलिए बताते है की क्यों मनाई जाती है मोनी अमावस्या और अबकी बार किस दिन है .
क्यों मनाई जाती मोनी अमावस्या
वैसे तो लोगो की अलग अलग मान्यताये है लेकिन ये कहा जाता है की इस दिन देवी देवता गंगा के तट पर वास करते है और स्नान भी करते है . लेकिन अबकी बार तो महाकुम्भ भी लग रहा है प्रयागराज में तो अबकी बार तो अमृत स्नान ही होंगा . इस दिन लोग व्रत भी रखते है और विभिन्न नदियों पर स्नान भी करते है, इस दिन विष्णु जी के लिए पीपल के पेड़ की भी पूजा की जाती है .
अबकी बार किस दिन मनाई जा रही है मोनी अमावस्या
आपको बता दे की मोनी अमावस्या माघ मास के कृष्ण पक्ष के दिन मनाई जाती है जो की अबकी 29 जनवरी 2025 को दिन बुधवार के दिन आ रही है . तो चलिए जानते है शुभ मुर्हत मोनी अमावस्या का .
मुर्हत : मोनी अमावस्या 28 जनवरी 2025 को 7 बजकर 35 बजे शाम को शुरू होगी और अगले दिन 29 जनवरी शाम को ही 7 बनजर 35 मिनट पर ख़तम होगी .
इस दिन मोन वर्त रखने का बहुत बड़ा महत्व माना जाता है और साथ में लोग स्नान भी करते है ताकि सब पाप नष्ट होकर पुण्य एकत्रित हो सके . जब हमारी दुनिया की शुरवात हुई थी तो मनु ने मोन वर्त रख कर उसका पालन किया था इसलिए इस दिन का और भी महत्व हो जाता है .